अगर कोई छेड़े तो सह लो अपमान का जहर पीकर शिवत्व को प्राप्त करो। अगर कोई छेड़े तो सह लो अपमान का जहर पीकर शिवत्व को प्राप्त करो।
लकड़ी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती यही यह कविता दर्शाती है... लकड़ी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती यही यह कविता दर्शाती है...
फरियादों को मेरे, नवाज़ तुम हो, मेरे सभी सवालों का, जवाब तुम हो। फरियादों को मेरे, नवाज़ तुम हो, मेरे सभी सवालों का, जवाब तुम हो।
क्या-क्या कहूं, मेरी कायनात है तू। क्या-क्या कहूं, मेरी कायनात है तू।
कह कर महबूब मुझे, शुरुआत कीजिए अपनी चाहत को जानम, आगाज़ दीजिए। कह कर महबूब मुझे, शुरुआत कीजिए अपनी चाहत को जानम, आगाज़ दीजिए।
जिंदगी ने जिंदगियों से मिलाया आज फिर हाथ। जिंदगी ने जिंदगियों से मिलाया आज फिर हाथ।